प्रसिद्ध साहित्यकार राजकमल चौधरी की 75 वर्षीय पत्नी शशिकांता चौधरी की मृत्यु दिल्ली स्थित अपने एक मात्र पुत्र के आवास पर 28 जनवरी की संध्या 6 बजे हुई। वे काफी समय से बीमार चल रही थीं। 1951 में प्रसिद्ध कथाकार राजकमल चौधरी से उनका विवाह हुआ था। शशिकांता अपने पति के लेखन कार्यों में हमेशा सहयोग करती रही थी। राजकमल चौधरी भी अपनी कथाओं में शशिकांता के सहयोग की चर्चा कर चुके हैं। ‘एक चंपा कली एक विषधर’ की महिला पात्र ‘बेला’ संभवतः शशिकांत ही थी। विवाह के मात्र 15 वर्षों वाद ही राजकमल चौधरी का निधन हो गया था। स्मरण रहे कि प्रसिद्ध कथाकार राजकमल चौधरी कोसी क्षेत्र - सहरसा ( महिषी ) के रहने वाले थे।
यातनाएं झेलनेवाला
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रात
पिरहाना मछलियों-सी कुतरती रही तुम्हारी यादें
और दिन भर बदनाम कुर्सियों को सुनाता रहा मैं मुक्ति-गीत
एक गिटार ने मुझे जीने का गुर सिखाया
एक आत्मा जो...