पूर्णिया। भाजपा विधायक राजकिशोर केशरी की हत्या के आरोप में जेल में बंद रूपम पाठक के घर पर पुलिस ने कब्ज़ा जमा रखा है. इस कारण रूपम की माँ कुमुद मिश्रा दूसरों के घर पर रहने को विवश है. कड़ाके की शीतलहरी में बेटी का घर रहते हुए दर-दर भटकने को मजबूर कुमुद मिश्रा ने आज अपने वकील दिनेश कुमार के माध्यम पूर्णिया व्यवहार न्यायालय के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी से गुहार लगायी है।
पटना उच्च न्यायालय के वकील दिनेश कुमार ने पूर्णिया पुलिस पर भेदभाव के साथ काम करते हुए यौन शोषण से संबंधित सुबूतों को मिटाने के प्रयास का आरोप लगाया है। पूर्णिया सीजीएम कोर्ट पहुंची कुमुद मिश्रा ने कहा कि चार दिनों से वह दूसरों के घरों में रहने को मजबूर है। क्योंकि बेटी का घर जहां वह रहती थी पुलिस के कब्जे में है। उन्होंने कहा कि रूपम की तबियत जेल में खराब है।
"किसके इशारे पर रूपम के स्कूल व घर पुलिस का कब्ज़ा"
रूपम की मां के वकील श्री दिनेश ने पूर्णिया पुलिस के कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि आखिर किसके इशारे पर पुलिस रूपम के स्कूल एवं घर को अपने कब्जे में रखे हुए है। उन्होंने कहा कि जब मामला सीबीआई के जिम्मे जा चुका है तो पूर्णिया पुलिस किस सबूत को नष्ट करना अथवा पाना चाहती है। इधर पुलिस द्वारा स्कूल पर कब्जा जमाये रखने की कार्रवाई पर तरह-तरह के सवाल उठ रहे है। लोगों का मानना है कि पुलिस रूपम द्वारा दर्ज मुकदमें को कमजोर बनाने के लिए सबूत से छेड़छाड़ कर सकती है। वहीं अभी तक पत्रकार नवलेश से उसकी पत्नी से उसकी पत्नी को नहीं दिया गया है।
सुहासिनी ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्रभारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की सदस्या सुहासिनी अली ने रूपम पाठक मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा है। उन्होंने अपने पत्र में रूपम पाठक की मां और नवलेश पाठक की पत्नी से भेंट होने का जिक्र किया। उन्होंने अपने पत्र में रूपम पाठक को किसी अच्छे अस्पताल में इलाज कराने और रूपम की मां को अपनी बेटी से मिलने देने की गुजारिश की। सुहासिनी ने अपने पत्र में यह भी कहा कि रूपम से उनके वकील को भी मिलने नहीं दिया जा रहा है। इससे रूपम के मौलिक अधिकार का हनन हो रहा है। इसके अतिरिक्त विपिन राय की गिरफ्तारी, नवलेश पाठक रिहाई और सुशील कुमार मोदी को उनके पद से हटाने की मांग भी की है।
रूपम के समर्थन में विरोध जुलूस
अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति ‘एडवा’ ने रूपम पाठक को न्याय दिलाने और सुशील मोदी के विरोध में प्रतिवाद जुलूस निकाला। जुलूस गांधी मैदान के भगत सिंह चौक से डाक बंगला चौराहा तक निकली। डाक बंगला चौराहा पर जुलूस सभा में परिणित हो गयी। इस मौके पर एडवा की अध्यक्ष रामपरी ने कहा कि रूपम पाठक को उनके मौलिक अधिकारों से महरूम रखा जा रहा है। उनका इलाज सही ढंग से नहीं हो रहा है। इसके अतिरिक्त पत्रकार नवलेश पाठक को झूठे केस में फंसाया जा रहा है। और यह सब सुशील कुमार मोदी के इशारे पर हो रहा है। उन्होंने मांग किया कि इस मामले से सुशील मोदी की संलिप्तता की जांच भी सीबीआई से करायी जानी चाहिए। प्रतिवाद जुलूस में शामिल कार्यकर्ता विपिन राय की गिरफ्तारी और रूपम की सुरक्षा की भी मांग कर रहे थे। - दैनिक भास्कर
पटना उच्च न्यायालय के वकील दिनेश कुमार ने पूर्णिया पुलिस पर भेदभाव के साथ काम करते हुए यौन शोषण से संबंधित सुबूतों को मिटाने के प्रयास का आरोप लगाया है। पूर्णिया सीजीएम कोर्ट पहुंची कुमुद मिश्रा ने कहा कि चार दिनों से वह दूसरों के घरों में रहने को मजबूर है। क्योंकि बेटी का घर जहां वह रहती थी पुलिस के कब्जे में है। उन्होंने कहा कि रूपम की तबियत जेल में खराब है।
"किसके इशारे पर रूपम के स्कूल व घर पुलिस का कब्ज़ा"
रूपम की मां के वकील श्री दिनेश ने पूर्णिया पुलिस के कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि आखिर किसके इशारे पर पुलिस रूपम के स्कूल एवं घर को अपने कब्जे में रखे हुए है। उन्होंने कहा कि जब मामला सीबीआई के जिम्मे जा चुका है तो पूर्णिया पुलिस किस सबूत को नष्ट करना अथवा पाना चाहती है। इधर पुलिस द्वारा स्कूल पर कब्जा जमाये रखने की कार्रवाई पर तरह-तरह के सवाल उठ रहे है। लोगों का मानना है कि पुलिस रूपम द्वारा दर्ज मुकदमें को कमजोर बनाने के लिए सबूत से छेड़छाड़ कर सकती है। वहीं अभी तक पत्रकार नवलेश से उसकी पत्नी से उसकी पत्नी को नहीं दिया गया है।
सुहासिनी ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्रभारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की सदस्या सुहासिनी अली ने रूपम पाठक मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा है। उन्होंने अपने पत्र में रूपम पाठक की मां और नवलेश पाठक की पत्नी से भेंट होने का जिक्र किया। उन्होंने अपने पत्र में रूपम पाठक को किसी अच्छे अस्पताल में इलाज कराने और रूपम की मां को अपनी बेटी से मिलने देने की गुजारिश की। सुहासिनी ने अपने पत्र में यह भी कहा कि रूपम से उनके वकील को भी मिलने नहीं दिया जा रहा है। इससे रूपम के मौलिक अधिकार का हनन हो रहा है। इसके अतिरिक्त विपिन राय की गिरफ्तारी, नवलेश पाठक रिहाई और सुशील कुमार मोदी को उनके पद से हटाने की मांग भी की है।
रूपम के समर्थन में विरोध जुलूस
अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति ‘एडवा’ ने रूपम पाठक को न्याय दिलाने और सुशील मोदी के विरोध में प्रतिवाद जुलूस निकाला। जुलूस गांधी मैदान के भगत सिंह चौक से डाक बंगला चौराहा तक निकली। डाक बंगला चौराहा पर जुलूस सभा में परिणित हो गयी। इस मौके पर एडवा की अध्यक्ष रामपरी ने कहा कि रूपम पाठक को उनके मौलिक अधिकारों से महरूम रखा जा रहा है। उनका इलाज सही ढंग से नहीं हो रहा है। इसके अतिरिक्त पत्रकार नवलेश पाठक को झूठे केस में फंसाया जा रहा है। और यह सब सुशील कुमार मोदी के इशारे पर हो रहा है। उन्होंने मांग किया कि इस मामले से सुशील मोदी की संलिप्तता की जांच भी सीबीआई से करायी जानी चाहिए। प्रतिवाद जुलूस में शामिल कार्यकर्ता विपिन राय की गिरफ्तारी और रूपम की सुरक्षा की भी मांग कर रहे थे। - दैनिक भास्कर