सहरसा के प्रमुख पर्यटन सह धार्मिक स्थल मत्स्यगंधा स्थित झील साफ-सफाई और रख रखाव के अभाव में महज एक बड़े गड्ढे में तब्दील हो कर रह गयी है। कमोवेश सहरसा के सभी तालाब एवं पोखरों में गंदगी और कूड़े भरते जा रहे हैं। मत्स्य विभाग और प्रशासनिक उदासीनता का आलम यह है कि व्यवहार न्यायालय के सामने एवं विकास आयुक्त कार्यालय के पीछे स्थित मत्स्य विभाग के तालाब के आसपास जंगल-झाड़, मल-मूत्र बिखड़े पड़े हैं, तालाब में पानी का आभाव है। शहर के मुख्य जलाशयों में - शंकर चौक (मंदिर परिसर) स्थित तालाब, मसोमात पोखर, गांधी पथ स्थित तालाब, पासवान टोला और बस्ती स्थित तालाबों के घाट पर आमजन अपने स्तर से सफाई और सजावट की व्यवस्था कर रहे हैं।