‘पटना कलम’ वर्ष 2 अंक 6 एवं 7 जनवरी -फरवरी 2010 के दो अंक मनोहारी ही नहीं, बिहार की समृद्धि के सूचना-भंडार भी हैं। जनवरी अंक में कुचीपुड़ी नृत्य में गजग्राह के दृश्य का मंचन , गायक पं. वेंकटेश का निनाद उत्सव में भागीदारी, लोक नृत्यों की राज्यस्तरीय प्रतियोगिता तथा युवाओं को शास्त्रीय संगीत का पाठ सहित इसी अंक में मुख्यमंत्री की राजगीर यात्रा -आत्मगौरव की तलाश का सम्पूर्ण सचित्र विवरण बिहार की सांस्कृतिक समृद्धि की सूचक है।
इसी प्रकार फरवरी 2010 का अंक भी कम उपयोगी नहीं है। अंक में 15 वां राष्ट्रीय युवा उत्सव में बिहार का जलवा, 19 वाँ पटना थियेटर फेस्टिवल , मंच पर उमराव जान, पटना में पंकज उदास, हरि उप्पल को पद्मश्री आदि रपट पढ. कर बिहार के लोगों का गर्वोन्नत हो जाना स्वभाविक है। इसी अंक में गणतन्त्र की धरती वैशाली में मुख्यमंत्री की यात्रा एवं कार्यक्रम की लम्बी रपट पढ़ कर महसूस किया जा सकता है कि सरकार पुरातात्विक स्थलों के संरक्षण एवं उनके उत्तरोत्तर विकास के लिए कितनी सचेष्ट है।
पटना कलम
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विवेक कुमार सिंह
सलाहकार संपादक
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