‘कविता कोसी’शॄंखला की पाँचवी कड़ी अभी प्रकाशित हुई है। इस खंड में सात वरिष्ठ रचनाकारों की रचनाएँ प्रकाशित की गयी है। - तेजनारायण ‘तेज’, सुकदेव नारायण, गणेश चंचल, भुवनेश्वर प्रसाद गुरमैता, छेदी पंडित, महेश्वर प्रसाद सिंह और मधुकर गंगाधर की प्रतिनिधि कविताएँ प्रस्तुत की गयी है। इन रचनाकारों के वस्तुनिष्ठ परिचय और छयाचित्र पुस्तक के अन्त में ‘परिचय परिशिष्ठ’ के अन्तर्गत दिए गये हैं। इन रचनाकारों पर डा. कामेश्वर पंकज द्वारा समालोचनात्मक आलेख भी आरंभ मे दिये गये हैं।
‘कविता कोसी’ की इस श्रॄंखला को सजाते-सँवारते पांचवे मुकाम पर लाने का सारस्वत प्रयास किया है देवेन्द्र कुमार देवेश (उपसंपादकः साहित्य अकादमी, नई दिल्ली) ने, इस श्रॄंखला को प्रस्तुत करते हुए देवेश जी ने अपने जोश और जुनून को जिस लक्ष्य तक पहुँचाया है वह सर्वथा स्तुत्य है। पूर्व के चार खंडों में कोसी अंचल की साहित्यिक विरासत का आकलन करते हुए वे चैंतीस रचनाकारों से सम्बन्धित सूचनाएँ और उन्नीस रचनाकारों की काव्य रचना की बानगी प्रस्तुत कर चुके हैं , इन कवियों में सुरेन्द्र स्निग्ध, उत्तिमा केशरी, शांति यादव, मंजुश्री वात्सायन, कल्लोल चक्रवर्ती, वरुण कुमार तिवारी, हरिशंकर श्रीवास्तव ‘शलभ’, जोगेश्वर जख्मी, हरि दिवाकर, भूपेन्द्र नारायण यादव ‘मधेपुरी’ लीलारानी शवनम, नीरद जनवेणु, सुबोध कुमार ‘सुधाकर’ सहित अन्य कवि संकलित हैं।
‘कविता कोसी’ के सभी खंडों में - कोसी नदी, कोसी अंचल की भौगोलिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक पहचान को रेखांकित करने के साथ-साथ साहित्यिक विरासत को पुरजोर ताकत से प्रस्तुत किया है। पंचम खंड की तमाम कविताएँ पगडंडियों से महानगर तक की यात्रा करती है।
अपनी अदम्य जिजीविषा की बदौलत डा. देवेश ने कोसी की कोमल-कठोर अनुभूतियों का वृहतर संकलन ‘कविता कोसी’ श्रॄंखला के रूप मे पेश किया है वह पठनीय एवं सौ फीसदी संग्रहणीय है, विशेषकर विश्व भर में फैले यहाँ की बड़ी आबादी के लिए।
प्रकाशक- अनिता पंडित, गाजियाबाद, उ.प्र. मोबाइल- ०९८६८४५६१५३