सहरसा। सहायक श्रमायुक्त कार्यालय के पार्श्व में आयोजित बाल श्रमिक उन्मूलन एवं विभिन्न श्रम अधिनियमों का एक दिवसीय कार्यशाला की अध्यक्षता कोसी अंचल के वरिष्ठ साहित्यकार हरिशंकर श्रीवास्तव ‘शलभ’ ने की कार्यक्रम में सहरसा जिले के प्रखण्ड प्रमुख एवं मुखिया बहुलांश में उपस्थित थे। कार्यक्रम का आरंभ करते हुए डा. अरविन्द श्रीवास्तव ने कवि राजेश जोशी की कविता ‘बच्चे काम पर जा रहे हैं’ शीर्षक से की उन्होंने कहा कि बच्चों का सुबह होतेे ही काम पर जाना किसी भी राष्ट्र का पतनावस्था की ओर ले जाने का द्योतक है उन्हें खेलने, तितलियों के साथ दौड़ने तथा पाठशाला व मदरसों में पढ़ने का सुनहरा अवसर प्रदान किया जाय जिससे वे राष्ट्र का कर्णधार बन सकें।
समारोह में श्रमप्रवर्तन पदाधिकारी साीता राम मंडल, श्यामल किशोर सिंह, लक्ष्मी प्रसाद, प्रफुल्ल कूमार दास एवं पूनम लता सिन्हा ने बाल श्रम उन्मूलन कानून की व्याख्या करते हुए उपस्थित प्रमुख एवं मुखिया से अपेक्षित सहयोग करने की अपील की । जिला मुखिया संध के अध्यक्ष डा. प्राण मोहन सिंह, मुखिया गजेन्द्र नारायण यादव, मुखिया जयशंकर जी ‘पप्पु’, मुखिया राजेश कुमार ‘रजनीश’ ने बाल श्रम उन्मूलन पर अपने-अपने विचार रखे। अधिवक्ता श्री जैन ने बाल श्रम पर संवैधानिक प्रावधानों की जानकारी दी। बचपन बचाओ आन्दोलन के निदेशक घूरन महतो एवं सामाजिक कार्यकर्ता संजीव कुमार सिंह ने इस क्षेत्र में हुई उपलब्धि का विवरण प्रस्तुत किया। अध्यक्ष ने सभी उपस्थित श्रोताओं से अपील की कि जिस जलपान गृह अथवा होटल में बाल श्रमिक पाये जाय वहाँ जलपान अथवा भोजन न करेने का संकल्प लें तथा उस संस्था में उपस्थित बाल मजदूरों की सूचना संवद्ध अधिकारियों को त्वरित दें। सहायक श्रमायुक्त डा. आनन्द ने धन्यवाद ज्ञापन कर कार्यशाला का समापन किया।