कोसी क्षेत्र का संक्षिप्त इतिहास
रामायण काल में ॠष्य शृंग आश्रम, महाभारत काल में चम्पारण्य (चम्पा राजा का अरण्य भाग) तथा बुद्ध काल में अंग महाजनपद का उत्तरी भाग अंगुत्तराप के नाम से चर्चित क्षेत्र वर्तमान काल में कोसी अंचल है। कोसी इस अंचल की सांस्कृतिक पह्चान है। यहां के लोग जुझारु है तथा अन्याय का प्रतिरोध करते आये है। भारतीय स्वाधीनता आन्दोलन में ब्रितिश सरकार द्वारा किये गये दमन के फ़लस्वरुप सम्पूर्ण बिहार में 134 व्यक्ति शहीद हो गये – जिनमें नौ शहीद कोसी अंचल के है –
1 शहीद बच्चा मंडल – पिता – जागो मंडल, डपरखा, जिला – सुपौल
2 शहीद चुल्हाई यादव, पिता – फ़ूलचन्द यादव, मनहरा सुखासन, जिला – मधेपुरा
3 शहीद धीरो राय, पिता – गुदड़ राय, एकाड़, जिला – सहरसा
4 शहीद बाजा साह, पिता – बहारी साह, किसुनगंज, जिला – मधेपुरा
5 शहीद पुलकित कामत, पिता – ठीठर कामत, बनगांव, जिला – सहरसा
6 शहीद हरिकान्त झा, पिता – जनार्दन झा, बनगांव, जिला- सहरसा
7 शहीद कालेश्वर मंडल, पिता – रामी मंडल, गढिया बलहा ( सहरसा )
8 शहीद भोला ठाकुर, पिता – बबुआ ठाकुर, चेनपुर (सहरसा )
9 शहीद केदारनाथ तिवारी, पिता –विश्वनाथ तेवारी, नरियार (सहरसा )